भारत के राज्य (Indian States GK in Hindi)
आन्ध्रप्रदेश राज्य का सामान्य ज्ञान हिन्दी में (Andhra Pradesh State GK in Hindi)
आन्ध्रप्रदेश एक नजर—
आन्ध्रप्रदेश की स्थिति—आन्ध्र प्रदेश 12°41′ तथा 22°उ॰ अक्षांश रेखा और 77° तथा 84°40’पू॰ देशांतर रेखा के बीच है।
आन्ध्रप्रदेश के उत्तर में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा, पूर्व में बंगाल की खाड़ी, दक्षिण में तमिलनाडु और पश्चिम में कर्नाटक से घिरा हुआ है।
आन्ध्रप्रदेश राज्य का क्षेत्रफल लगभग 1,60,205 वर्ग किलोमीटर है।
आन्ध्रप्रदेश राज्य का भारत में क्षेत्रफल के हिसाब से आठवां स्थान है।
वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार आन्ध्रप्रदेश राज्य की जनसंख्या 4,93,86,799 है।
जनसंख्या की दृष्टि से आंध्रप्रदेश का भारत में 10वां स्थान है। तेलंगाना के अलग होने से पहले यह 8वें स्थान पर था।
आन्ध्रप्रदेश का लिंगानुपात 993 है।
आन्ध्रप्रदेश राज्य का घनत्व 303 व्यक्ति प्रति किलोमीटर है।
आन्ध्रप्रदेश में जिलों की संख्या 13 है।
आन्ध्रप्रदेश में लोकसभा की सीटें 25 तथा राज्यसभा की सीटें 12 हैं।
आन्ध्रप्रदेश राज्य गठन/पुनर्गठन का ऐतिहासिक विवरण—
मद्रास राज्य के तेलगु-भाषियों ने पोटी श्री रामुल्लू के नेतृत्व में अलग राज्य के लिए आंदोलन प्रारम्भ हुआ।
56 दिन के आमरण अनशन के बाद 15 दिसंबर, 1952 ई० को श्री रामुल्लू की मृत्यु हो गई।
तत्पश्चात् तेलुगु भाषी क्षेत्र को मद्रास प्रांत से अलग करके 1 अक्टूबर 1953 को नए प्रदेश का निर्माण किया गया जिसका नाम आंध्र प्रदेश रखा गया।
राज्य पुनर्गठन अयोग के अध्यक्ष फजल अली थे; इसके अन्य सदस्य प० हृदयनाथ कुंजरू और सरदार के एम. पणिक्कर थे।
राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956 बनने के बाद हैदराबाद राज्य को आंध्र प्रदेश में मिला कर 1 नवंबर, 1956 में ‘आंध्र प्रदेश’ राज्य का निर्माण हुआ।
आन्ध्रप्रदेश राज्य भाषायी आधार पर बनने वाला भारत का प्रथम राज्य था।
2, जून 2014 को आन्ध्रप्रदेश से अलग होकर तेलंगाना राज्य बनने के पश्चात् हैदराबाद को संयुक्त राजधानी घोषित किया गया था।
आंध्र प्रदेश की वर्तमान राजधानी हैदराबाद है, जो कि तेलंगाना व आंध्रप्रदेश की संयुक्त राजधानी है।
10 वर्ष पश्चात् आन्ध्रपदेश की नई राजधानी “अमरावती” होगी।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने उदंडरायणपालम इलाके में 22 अक्टूबर 2015 को नींव का पत्थर रखा था। गुंटूर और विजयवाड़ा का महानगरीय क्षेत्र मिला कर अमरावती महानगर क्षेत्र का निर्माण किया जायेगा। अमरावती को राजधानी के बनाने के लिए यहां निर्माण कार्य किये जा रहे है।
अमरावती को कृष्णा नदी के दक्षिणी तट पर निर्मित किया जाएगा। अमरावती, प्राचीन सातवाहन राजवंश के तेलुगु राजाओं की राजधानी थी।
आन्ध्र प्रदेश में जिलों की संख्या 13 है, जो निम्न है →
1. अनंतपुर जिला
2. चित्तौड़ जिला
3. ईस्ट गोदावरी जिला
4. गुंटूर जिला
5. कडप्पा जिला
6. कृष्णा जिला
7. कुरनूल जिला
8. श्री पोट्टी रीरामुलु नेल्लूर
9. प्रकाशम जिला
10. श्रीकाकुलम जिला
11. विशाखापट्टनम जिला
12. विजयनगरम जिला
13. वेस्ट गोदावरी जिला
आन्ध्र प्रदेश के राजकीय प्रतीक/चिह्न—
आन्ध्र प्रदेश ने विभाजन के चार वर्ष बाद 30 मई 2018 को राज्य के नये राजकीय प्रतीकों की घोषणा कर दी है, ये निम्न है —
आन्ध्रप्रदेश का राजकीय पशु – कृष्णा जिंका अथवा ब्लैक बक (Antilope cervicapra)
आन्ध्रप्रदेश का राजकीय पुष्प – चमेली (jasminnum officinale)
आन्ध्रप्रदेश का राजकीय पक्षी – रामा चिलुका (Psittacula Krameri)
आन्ध्रप्रदेश का राजकीय वृक्ष/पेड़ – नीम (Azadirachta indica) (स्थानीय भाषा में वेपा चेट्टू)
आन्ध्र प्रदेश के प्रमुख कृषि उत्पाद एवं फसलें →
आंध्र प्रदेश में नागरिकों का मुख्य व्यवसाय खेती है, इसके लगभग 62 प्रतिशत हिस्से में खेती होती है। आंध्र प्रदेश की मुख्य फ़सल चावल है और यहाँ के लोगों का मुख्य आहार भी चावल ही है। राज्य के कुल अनाज के उत्पादन का 77 प्रतिशत भाग चावल ही है।
भारत में सर्वाधिक तम्बाकू का उत्पादन करने वाला राज्य आन्ध्रपदेश ही है। आन्ध्रप्रदेश में वर्जीनिया तम्बाकू का सर्वाधिक उत्पादन किया जाता है।
यहाँ की अन्य प्रमुख फ़सलें – ज्वार, तंबाकू, कपास और गन्ना हैं। मूँगफली (भारत में दूसरा स्थान, पहला स्थान-गुजरात का) भी आंध्र प्रदेश में खूब पैदा होती है।
आंध्र प्रदेश राज्य के क्षेत्रफल के 23 प्रतिशत हिस्से में सघन घने वन हैं। वन उत्पादों में सागवान, यूकेलिप्टस, काजू, कैस्यूरीना और इमारती लकड़ी मुख्य रूप से हैं।
आन्ध्र प्रदेश के प्रमुख खनिज →
आन्ध्रप्रदेश राज्य के खनिज संसाधनों में एस्बेस्टस, अभ्रक, मैंगनीज, बैराइट और उच्च श्रेणी का कोयला शामिल है।
राज्य के दक्षिणी भागों निम्न श्रेणी का लौह अयस्क पाया जाता है।
देश के कुल बैराइट का अधिकांश उत्पादन आंध्र प्रदेश में होता है।
आन्ध्रप्रदेश दक्षिण भारत का एक मात्र ऐसा राज्य है, जहाँ कोयले के भंडार पाए जाते हैं।
गोदावरी और कृष्णा नदियों के डेल्टा में प्राकृतिक गैस के बड़े भंडार मिले हैं।
कभी विश्व प्रसिद्ध रही गोलकुंडा का हीरे की खानों में नए सिरे से उत्पादन किया जा रहा है। इन्हीं खानों में कोहिनूर हीरा और अन्य प्रसिद्ध पत्थर पाए गए थे।
यहाँ स्फटिक, चूना-पत्थर और ग्रेफाइट भी पाया जाता है।
आन्ध्रप्रदेश राज्य के महत्त्वपूर्ण तथ्य—
आन्ध्रप्रदेश का स्थापना दिवस 1 नवम्बर, 1956 है।
आन्ध्रप्रदेश की राजकीय भाषा तेलुगू है।
आन्ध्रप्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री 1 अक्टूबर 1953 को गठन के बाद ”तन्गुतुरी प्रकाशम” बने थे। जबकि आन्ध्रप्रदेश के पुनर्गठन 1 नवम्बर, 1956 को ‘नीलम संजीव रेड्डी’ मुख्यमंत्री बने थे।
नीलम संजीव रेड्डी बाद में भारत के राष्ट्रपति भी बने थे।
आन्ध्रप्रदेश के प्रथम राज्यपाल ‘चन्दूलाल माधवलाल त्रिवेदी’ थे।
राजस्थान के साथ ही सन् 1959 में ही आन्ध्रप्रदेश में भी पंचायती राज व्यवस्था लागू की गई थी।
आन्ध्र प्रदेश का सबसे बड़ा नगर (City) विशाखापत्तनम है।
आन्ध्रप्रदेश के प्रमुख नृत्य → कुचिपुड़ी, घंटामर्डाला, कोलाट्टम, कुम्मी आदि है।
आन्ध्रप्रदेश में अन्य गौण नृत्य → मोहिनीअट्टम (यह नृत्य केरल का प्रसिद्ध है, तथा आन्ध्रपदेश में भी अनेक अवसरों पर किया जाता है।)
आन्ध्र प्रदेश में बहने वाली प्रमुख नदियाँ →
गोदावरी, कृष्णा तथा तुंगभद्रा (तुंगभद्रा कृष्णा नदी की सहायक नदी है, जो दो नदियों तुंगा एवं भद्रा से मिलकर बनी है)
नागार्जुनसागर परियोजना (Nagarjuna Sagar Project) – कृष्णा नदी पर आन्ध्र प्रदेश में है।
आन्ध्र प्रदेश के वन्यजीव अभयारण्य → नेलपट्टू, नागार्जुन सागर श्रीशैलम, गुंडलब्रह्मेश्वरम, कावल, पाखल, एतुर्नगरम, कोल्लेरु, किन्नरासानि, रोल्लापड़ु, पापीकोंडा, श्रीवेंकटेश्वर, पुलिकाट, कौंडिन्य, पोचरम तथा मंजीरा
आन्ध्रप्रदेश के प्रमुख ऐतिहासिक एवं पर्यटन स्थल →
वर्तमान हैदराबाद में चारमीनार, सालारजंग संग्रहालय और गोलकुंडा क़िला दर्शनीय एवं ऐतिहासिक स्थल है।
वारंगल में सहस्त्र स्तंभ मंदिर और क़िला है, जो पर्यटन की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है।
पानीगिरि, जहाँ प्राचीन शातवाहन कालीन बौद्ध उपनिवेश के भग्नावशेष हैं। यह ऐतिहासिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण स्थान है।
यादागिरिगुट्टा में श्रीलक्ष्मी नरसिंह स्वामी मंदिर, नागार्जुनकोंडा और नागार्जुन सागर में बौद्ध स्तूप, तिरूमाला-तिरूपति में श्री तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर, श्रीसेलमक का श्रीमल्लिकार्जुनस्वामी मंदिर, विजयवाड़ा का कनक दुर्गा मंदिर, अन्नावरम में श्री सत्यनारायण स्वामी मंदिर, सिम्हाचलम में श्री वराह नरसिंह स्वामी मंदिर आदि सांस्कृतिक, धार्मिक एवं ऐतिहासिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण एवं दर्शनीय स्थल है।
भद्राचलम में श्री सीताराम मंदिर, अरकुघाटी, होर्सले पहाडियाँ, शेषचलम पहाड़ियाँ, एरामला पर्वतमाला, नल्लामलाई पर्वत और नेलापटटू आदि आंध्र प्रदेश के महत्त्वपूर्ण पर्यटन स्थल हैं।
हैदराबाद की हुसैन सागर झील में टैंकबंद में प्रमुख तेलुगु महापुरुषों की 33 आदमक़द मूर्तियां लगाई गई हैं और झील के बीच में जिब्राल्टर चट्टान पर 60 फुट की विशालकाय बुद्ध प्रतिमा लगाई गई है। यह झील हैदराबाद और सिकंदराबाद शहरों को अलग करती है।
केसरपल्ली आन्ध्र प्रदेश के कृष्णा ज़िलांतर्गत एक ऐतिहासिक स्थान है।
आन्ध्रप्रदेश में परिवहन साधन एवं सुविधाऐं —
सड़क यातायात — आन्ध्रप्रदेश राज्य द्वारा कुल 1,46,944 कि॰मी॰ लंबी सड़कों का अनुरक्षण किया जाता है, जिसमें राज्य राजमार्ग 42,511 कि.मी., राष्ट्रीय राजमार्ग 2949 कि॰मी॰ और जिला सड़कें 1,01,484 कि॰मी॰ शामिल हैं।
आन्ध्र प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (APSRTC) आन्ध्र प्रदेश सरकार के स्वामित्व वाली प्रमुख सार्वजनिक परिवहन निगम है, जो सभी शहरों और गांवों को जोड़ती है।
हवाई यातायात — आन्ध्रप्रदेश राज्य में पांच हवाई अड्डे हैं:- हैदराबाद (राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय)(राज्य में सबसे बड़ा), विशाखापट्नम, विजयवाड़ा, राजमंड्री और तिरुपति।
जलीय यातायात — आन्ध्र प्रदेश के पास विशाखापट्नम और काकीनाडा में भारत के दो प्रमुख बंदरगाह हैं और मछलीपट्नम, निज़ामपट्नम(गुंटूर) और कृष्णपट्नम में तीन छोटे बंदरगाह हैं। विशाखपट्नम के निकट गंगावरम में एक और निजी बंदरगाह विकसित किया जा रहा है।