Sanskrit Vyakaran (Sanghya Parakaran) Questions, Sanskrit Quiz

संस्‍कृत व्‍याकरण संज्ञा प्रकरण के महत्त्वपूर्ण प्रश्‍न

संस्‍कृत प्रश्‍नावली (Sanskrit Quiz)

Sanskrit Vyakaran (Sanghya Parakaran) Questions

1. वेदों का मुख कहलाता है—

(अ) छन्द:

(ब) निरुक्त

(स) व्याकरण

(द) ज्योतिष

उत्तर—(स)

2. ‘प्रथमे हि विद्वान्सो वैयाकरणा:’ उक्ति किसने कही?

(अ) मम्मट

(ब) आनन्दवर्धन

(स) प. जगन्नाथ

(द) कुन्तक

उत्तर—(ब)

3. प्रथम वैयाकरण माना जाता है—

(अ) इन्द्र

(ब) यम

(स) रुद्र

(द)वायु

उत्तर—(अ)

4. व्याकरण के त्रिमुनि में नहीं है—

(अ) कैयट

(ब) पाणिनि

(स) वररुचि

(द) पतञ्जलि

उत्तर—(अ)

5. वार्तिकों के रचयिता कौन है?

(अ) पाणिनि

(ब) भट्टोजिदीक्षित

(स) पतञ्जलि

(द) कात्यायन

उत्तर—(द)

6. पतञ्जलि की कृति का नाम है—

(अ) महाभाष्य

(ब) अष्टाध्यायी

(स) वार्तिक

(द) प्रौढमनोरमा

उत्तर—(अ)

7. व्याकरण की मुख्य परम्पराएँ कितनी प्रकार की हैं?

(अ) एक

(ब) दो

(स) तीन

(द) चार

उत्तर—(ब)

8. व्याकरण की बार्हस्पती परम्परा का अपरनाम है—

(अ) पाणिनीय परम्परा

(ब) प्रक्रिया परम्परा

(स) सिद्धान्त परम्परा

(द) कातन्त्र

उत्तर—(द)

9. व्याकरण की बार्हस्पती परम्परा के अनुसार बृहस्पति ने किसे व्याकरण का ज्ञान दिया?

(अ) पाणिनि को

(ब) शिव को

(स) इन्द्र को

(द) वरुण को

उत्तर—(स)

10. वार्तिकों की कुल संख्या कितनी है?

(अ) 863

(ब) 836

(स) 953

(द) 683

उत्तर—(ब)

11. व्याकरण की माहेश्वरी परम्परा में व्याकरण के जनक है—

(अ) ब्रह्मा

(ब) विष्णु

(स) शिव

(द) कृष्ण

उत्तर—(स)

12. महाभाष्य में कितने आह्निक है—

(अ) 81

(ब) 82

(स) 83

(द) 84

उत्तर—(द) महाभाष्‍य में 83/84 आह्निक माने गये है।

13. प्रक्रियासर्वस्व के लेखक हैं—

(अ) विमलसूरि

(ब) रामचन्द्र

(स) भट्टोजिदीक्षित

(द) नारायण भट्ट

उत्तर—(द)

14. ‘यथोत्तरं मुनीनां प्रामाण्यम्’ के अनुसार सर्वाधिक सम्मत मत है—

(अ) पाणिनि का

(ब) कात्यायन का

(स) पतञ्जलि का

(द) तीनों का

उत्तर—(स)

15. माहेश्वर सूत्रों की संख्या है—

(अ) 5

(ब) 3978

(स) 14

(द) 42

उत्तर—(स)

16. महाभाष्य कितने दिनों में लिखा गया था?

(अ) 40

(ब) 44

(स) 80

(द) 84

उत्तर—(द)

17. माहेश्वर सूत्रों में किस वर्ण का दो बार उपदेश हुआ है?

(अ) ह

(ब) य

(स) र

(द) ल

उत्तर—(अ)

18. अष्टाध्यायी का दूसरा नाम है—

(अ) शब्दवैयाकरण

(ब) प्रक्रियासर्वस्व

(स) शब्दानुशासनम्

(द) व्याकरणम्

उत्तर—(स)

19. शब्दकौस्तुभ के लेखक हैं—

(अ) भट्टोजिदीक्षित

(ब) नागेश

(स) कैयट

(द) वासुदेवदीक्षित

उत्तर—(अ)

20. वरदराज की रचना है—

(अ) लघुसिद्धान्तकौमुदी

(ब) मध्यसिद्धान्तकौमुदी

(स) बालमनोरमा

(द) (अ) व (ब) दोनों

उत्तर—(द)

21. पाणिनि ने किस भगवान् की आराधना करके व्याकरण का ज्ञान प्राप्त किया था—

(अ) ब्रह्मा

(ब) विष्णु

(स) महेश

(द) इन्द्र

उत्तर—(स)

22. बालमनोरमा के लेखक हैं—

(अ) भट्टोजिदीक्षित

(ब) वासुदेव दीक्षित

(स) नागेशभट्ट

(द) कौण्डभट्ट

उत्तर—(ब)

23. अष्टाध्यायी में कुल कितने अध्याय है?

(अ) 4

(ब) 8

(स) 12

(द) 32

उत्तर—(द)

24. महाभाष्य पर प्रदीप टीका लिखी है—

(अ) नागेश

(ब) कैयट

(स) भट्टोजिदीक्षित

(द) कौण्डभट्ट

उत्तर—(ब)

25. सपादसप्ताध्यायी में कितने पाद हैं—

(अ) 7

(ब) 7.25

(स) 32

(द) 29

उत्तर—(द)

26. अष्टाध्यायी का प्रथम सूत्र है—

(अ) अ अ

(ब) अदेङ्गुण:

(स) वृद्धिरादैच्

(द) हलन्त्यम्

उत्तर—(स)

27. माहेश्वर सूत्रों में अन्तिम वर्ण की सञ्ज्ञा होती है?

(अ) इत्

(ब) वृद्धि

(स) प्रत्याहार

(द) पद

उत्तर—()

28. चख्ख्नतु में द्वितीय खकार है—

(अ) यम

(ब) अनुनासिक

(स) उपध्मानीय

(द) जिह्वामूलीय

उत्तर—(अ)

29. प से पहले का अर्धविसर्ग कहलाता है—

(अ) जिह्वामूलीय

(ब) उपध्मानीय

(स) यम

(द) अनुस्वार

उत्तर—(ब)

30. उदित् वर्णों की संख्या कितनी है?

(अ) 9

(ब) 42

(स) 32

(द) 25

उत्तर—(द)

31. माहेश्वर सूत्रों में स्वर सम्बन्धी सूत्रों की संख्या है—

(अ) 10

(ब) 4

(स) 5

(द) 9

उत्तर—(ब)

32. संस्कृत वर्णमाला में स्वरों की संख्या है—

(अ) 9

(ब) 12

(स) 14

(द) 16

उत्तर—(अ)

33. संस्कृत वर्णमाला में व्यञ्जनों की संख्या है—

(अ) 9

(ब) 33

(स) 42

(द) 25

उत्तर—(ब)

34. संस्कृत वर्णमाला में कितने वर्ण हैं?

(अ) 9

(ब) 33

(स) 42

(द) 60

उत्तर—(स)

35. पाणिनीय शिक्षा के अनुसार संस्कृत में कितने वर्ण है?

(अ) 40

(ब) 42

(स) 63/64

(द) 44

उत्तर—(स)

36. ऊष्म वर्णों में नहीं है—

(अ) श

(ब) स

(स) ष

(द) र

उत्तर—(द)

37. अन्त:स्थ वर्ण नहीं है—

(अ) ह

(ब) य

(स) व

(द) र

उत्तर—(अ)

38. स्पर्श वर्णों की संख्या है—

(अ) 4

(ब) 9

(स) 25

(द) 21

उत्तर—(स)

39. ‘ज्ञ’ वर्ण में संयोजन हुआ है—

(अ) ग् + य

(ब) ज् + य

(स) ज् + न

(द) ज् + ञ

उत्तर—(द)

40. किस माहेश्वर सूत्र में अकार की भी इत्संज्ञा हुई है?

(अ) अइउण्

(ब) लण्

(स) हल्

(द) हयवरट्

उत्तर—(ब)

41. ‘≍क’—क से पूर्व विद्यमान है—

(अ) विसर्ग

(ब) अनुस्वार

(स) उपध्मानीय

(द) जिह्वामूलीय

उत्तर—(द)

42. सामान्यत: प्रत्याहारों की संख्या है—

(अ) 40

(ब) 41

(स) 42

(द) 44

उत्तर—(स)

43. बालमनोरमा में कितने प्रत्याहार गिनाये हैं—

(अ) 40

(ब) 42

(स) 44

(द) 46

उत्तर—(स)

44. सर्वाधिक प्रत्याहार किस इत्संज्ञक वर्ण से बने है—

(अ) ह्

(ब) श्

(स) ल्

(द) श् व ल् दोनों से

उत्तर—(द)

45. ‘अण्’ प्रत्याहार में पर ‘ण्’ का ग्रहण कब होता है?

(अ) अणुदित्सर्वणस्य चाप्रत्यय: में

(ब) ढ्रलोपे पूर्वस्व दीर्धोऽण: में

(स) केऽण: में

(द) तीनों सूत्रों में

उत्तर—(अ)

46. प्रत्याहार संज्ञा विधायक सूत्र है—

(अ) हलन्त्यम्

(ब) आदेश उपदेशेऽशिति

(स) वृद्धिरैचि

(द) आदिरन्त्येन सहेता

उत्तर—(द)

47. इण् प्रत्याहार में णकार ग्रहण होगा—

(अ) अइउण् से

(ब) लण् से

(स) ञमङणनम् से

(द) हल् से

उत्तर—(ब)

48. ‘छ’ का उच्चारण स्थान होगा—

(अ) कण्ठ

(ब) तालु

(स) कण्ठतालु

(द) कण्ठोष्ठ

उत्तर—(ब)

49. वकार का उच्चारण स्थान है—

(अ) कण्ठोष्ठ

(ब) दन्तोष्ठ

(स) ओष्ठ

(द) कण्ठतालु

उत्तर—(ब)

50. णकार का उच्चारण स्थान है—

(अ) नासिका

(ब) मूर्धा

(स) मूर्धा व नासिका

(द) कण्ठतालु

उत्तर—(स)

51. कुल उच्चारण स्थान कितने हैं?

(अ) 4

(ब) 5

(स) 6

(द) 7

उत्तर—(द)

52. पाणिनीय शिक्षा में कितने उच्चारण स्थान माने हैं?

(अ) 5

(ब) 8

(स) 7

(द) 63/64

उत्तर—(ब)

53. अधोलिखित में से उच्चारण स्थान नहीं है—

(अ) कण्ठ

(ब) दन्त

(स) ग्रीवा

(द) मूर्धा

उत्तर—(स)

54. कितने वर्ण दो उच्चारण स्थानों की सहायता से बोले जाते हैं?

(अ) 6

(ब) 32

(स) 38

(द) 10

उत्तर—(द)

55. आभ्यन्तर प्रयत्नों की संख्या है—

(अ) 2

(ब) 4

(स) 6

(द) 8

उत्तर—(ब) → कई स्‍थानों पर ईषद् विवृत को भी गिना जाता है, तब आभ्‍यन्‍तर प्रयत्‍नों की संख्‍या 5 गिनी जाती है।

56. किसी भी वर्ण के कितने आभ्यन्तर प्रयत्न संभव है—

(अ) 1

(ब) 3

(स) 5

(द) निश्चय नहीं किया जा सकता

उत्तर—(अ)

57. यत्न कितने प्रकार का है?

(अ) 2

(ब) 3

(स) 4

(द) 5

उत्तर—(अ)

58. आकार का आभ्यन्तर प्रयत्न होगा—

(अ) स्पष्ट

(ब) विवृत्त

(स) संवृत्त

(द) विवृत्त, संवृत्त

उत्तर—(ब)

59. बाह्य यत्नों की संख्या है—

(अ) 4

(ब) 5

(स) 11

(द) 13

उत्तर—(स)

60. अन्त:स्थ वर्णों का आभ्यन्तर प्रयत्न है—

(अ) स्पृष्ट

(ब) ईषत्स्पृष्ट

(स) विवृत्त

(द) संवृत्त

उत्तर—(ब)

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